कोई तो हो ऐसा जो सिर्फ मेरा हो,
बातों में उनकी खुशबु हो, दिल में उनका बसेरा हो,
चाहे तो चाहत मेरी, मांगे तो मोहब्बत मेरी,
वो चाँद की चांदनी हो तो चाँद सिर्फ मेरा हो,
वो फ़लक की रौशनी हो तो सूरज सिर्फ मेरा हो.
वो फूलों की खुशबूं हो तो एहसास सिर्फ मेरा हो,
वो फ़लक का उजाला हो तो चराग सिर्फ मेरा हो.
वो इश्क और मोहब्बत हो तो दिल सिर्फ मेरा हो,
वो पानी का छींटा हो तो दरिया सिर्फ मेरा हो,
वो किस्मत की लकीर हो तो हाथ सिर्फ मेरा हो.
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